@@@@अगर पेट में कीड़े हो गए हों तो अनानास का फल लगातार ७ दिनों तक खाइये। या इसके पत्तों का जूस पीजिये।
@@@@पेट दर्द कर रहा हो तो तीन चम्मच फल का रस, 6 चम्मच अदरक का रस ,२ चुटकी सेंधा नमक और एक चुटकी हींग मिलाकर पी लीजिये।
@@@@अगर भोजन के साथ आपके पेट में बाल चला गया हो तो भी पेट दर्द होता है यह पेट दर्द बहुत अजीब सा होता है। ऎसी हालत में तो एकलौती दवा है पका हुआ अनानास। बस भरपेट खाइये,बस बीच वाला हिस्सा निकाल दीजियेगा क्योंकि उसको खाने से शरीर में कुछ दूसरे उपद्रव हो सकते हैं।
@@@@लू या धूप लग गयी हो तो ४ दिन लगातार अनानास खाइये।
@@@@लेकिन खाली पेट अनानास नहीं खाना चाहिए।
@@@@गर्भवती महिला को भी अनानास नहीं खाना चाहिए।
@@@@बहुत तेज भूख लगी हो तब भी अनानास नहीं खाना चाहिए।
@@@@अगर किसी को बार बार पेशाब जाने की बीमारी हो तो उसको ११ दिन तक अनानास का फल जरूर खाना चाहिए।
@@@@पूरे शरीर में जलन महसूस हो रही हो तो अनानास का फल खाइये।
@@@@अनानास पित्त विकार नष्ट करता है जिसकी वजह से फोड़े फुंसी ,घमौरियों से राहत मिल जाती है।
@@@@अनानास लीवर और आमाशय को ताकत प्रदान करता है।
@@@@अनानास हृदय को भी मजबूती देता है।
@@@@यह दिमाग को भी ताकत देता है।
@@@@अगर हिचकी आ रही हो तो अनानास के पत्तों के रस में मिश्री मिलाकर पिलाइये।
@@@@बुखार के बाद लीवर कमजोर हो जाता है इसलिए बुखार उत्तर जाने के बाद रोगी को अनानास का रस जरूर पिलाना चाहिए ताकि पेट की गरमी ख़त्म हो और लीवर सही तरीके से काम करना शुरू करे।
@@@@हार्मोनल डिसबैलेंस की वजह से या पिल्स ज्यादा खाने की वजह से जिन महिलाओं के गर्भाशय में भिन्न भिन्न तरह के विकार आ जाते हैं उनका भी इलाज अनानास के फल और पत्तो के रस से हो सकता है। किन्तु इसके लिए आपको एक्सपर्ट की राय जरूर लेनी चाहिए।
इन आलेखों में पूर्व विद्वानों द्वारा बताये गये ज्ञान को समेट कर आपके समक्ष सरल भाषा में प्रस्तुत करने का छोटा सा प्रयत्न मात्र है .औषध प्रयोग से पूर्व किसी मान्यताप्राप्त हकीम या वैद्य से सलाह लेना आपके हित में उचित होगा