आज आप सभी ने शिव जी को धतुरा अर्पित किया होगा। प्रसाद में एक धतूरा उनसे वापस लेकर उसके बीज निकाल लीजिये और सुखा कर किसी कांच की शीशी में सुरक्षित रखिये। जब बुखार किसी दवा से न जा रहा हो तो सिर्फ २ बीज पानी निगल लीजिये। बुखार आपको ही नहीं बल्कि आपका मोहल्ला छोड़ के फरार हो जाएगा।
इन आलेखों में पूर्व विद्वानों द्वारा बताये गये ज्ञान को समेट कर आपके समक्ष सरल भाषा में प्रस्तुत करने का छोटा सा प्रयत्न मात्र है .औषध प्रयोग से पूर्व किसी मान्यताप्राप्त हकीम या वैद्य से सलाह लेना आपके हित में उचित होगा
1 टिप्पणी:
जय भोले ... प्रसाद में ताकत तो होनी ही हिया शिव के ...
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