कुण्डलियाँ : अरविन्द कुमार झा
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मना लो तुम भी होली
*होली में बढ़ती सदा इन चीजों की मांग*
*कपडे खोया साथ में दारू, गांजा, भांग*
*दारू, गांजा,भांग,छान मस्ती में सब ज...
13 वर्ष पहले
15 टिप्पणियां:
बधाई हो जी आपको!
बहुत बहुत बधाई।
बहुत बधाई !
Dher saari badhayi..!
अजी कुछ मेहनताना भी मिला या कादम्बिनी वालो ने मुफ़त मै आप की मेहनत से खुद कमाई कर ली,क्योकि हम सब अपने ब्लांग को समाचार प्त्र मै देख कर तो खुश होते है, ओर वो हमारे ब्लांग के लेख से पैसे बनाते है, लिजिये हमारी बधाई स्बीकारे, ओर मिठ्ठाई बाद मै खा लेगे
वाह! ढेर सारी बधाइयाँ.
बहुत,बहुत हार्दिक बधाई,इस प्रकार से आम जनता भी
कादम्ब्नी में आपके द्वारा लिखे हुये लेखों में वर्णित देसी जड़ी बुटियों से लाभान्वित होगी,सराहनिय काम ।
बधाई हो !!!
आपका ब्लॉग तो दादी मैं का पिटारा है...हर चीज़ की दावा हाजिर
aapko bahut bahut badhai...
आपका काम ही ऐसा है...प्रसन्नता का विषय है.....बहुत-बहुत बधाइयाँ स्वीकारें।
अतुल्य
स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर हिंदी में स्तरीय सामग्री कम ही दिखती है। आप इस दिशा में महत्वपूर्ण काम करती प्रतीत होती हैं। शुभकामनाएँ लीजिए।
एक आलसी बहुत परेशान हैं..खर-पतवार का फोटो खींच के सबसे पूछ रहे हैं कि बताओ ई का है..?
आपसे अनुरोध है कि हो सके तो उनकी मदद करें . लिंक है..
http://girijeshrao.blogspot.com/2010/06/blog-post_4552.html
बहुत बहुत बधाई ...
वाह! ढेर सारी बधाइयाँ.
देर से ही सही मेरी भी बधाई स्वीकारें । लेख पढा नही जा रहा
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