आयुर्वेद का अर्थ औषधि - विज्ञान नही है वरन आयुर्विज्ञान अर्थात '' जीवन-का-विज्ञान'' है

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गुरुवार, 10 जून 2010

भला नीबू में क्या खासियत

सही कहा न मैंने.नीबू में तो एक ही गुण होता है - पानी, सलाद और भोजन के स्वाद में ज़रा सी मीठी-मीठी खटास पैदा करना और ये बात तो सब जानते हैं. ये कौन सी नयी बात है ?
ज़रा याद कीजिए कि बचपन में दोपहर में जब माता पिता ऊंघ रहे होते थे तो दबे पाँव चिलचिलाती धूप में दोस्तों के साथ खेलने के लिए भागने में कितना मजा आता था और ये मजा तब तो और भी बढ़ जाता था जब किसी पेड़ कि पत्तियों को तोड़-मरोड़ कर पान की तरह बना कर हम बड़ों की तरह पान खाकर खुद को बड़ा समझने लगते थे.
वो खट्टी मीठी पत्तियाँ इसी नीबू की होती थीं. पहचानिए उस पत्ती को और ये नीबू का पेड़

नींबू दो तरह के होते हैं - एक कागजी नींबू या बड़ा नींबू और दूसरा बीजोरा नींबू . इसी बीजोरा नींबू की पत्तियाँ हमने बचपन में पान बनाकर खायीं हैं.  कागजी नींबू का सिर्फ रस ही हम भोजन में प्रयोग करते हैं जबकि बीजोरा नींबू की तो पत्तियाँ और तने की छाल और जड़ों का भी प्रयोग दवाओं के रूप में कर सकते हैं. ये है बहुत काम की चीज .
मूत्राशय में अगर पथरी हो गयी है या पेट में कीड़े पड़ गये हैं या उल्टियां हो रही हैं तो बीजोरा नींबू की जड़ का पावडर बना लीजिये और चार या पाच ग्राम सुबह खाली पेट पानी से निगल लीजिये.
बहुत तेज बुखार हो गया है तो पत्तो का रस ५ चम्मच या २० ग्राम पी लीजिये ,पहली बार पीने से बुखार पूरी तरह न उतरे तो चार घंटे बाद फिर पी लीजिये
अक्सर शरीर में यहाँ वहाँ सूजन सी आजाती है जो खुद ही ठीक भी हो जाती है लेकिन ये पूरे शरीर में लगातार बनी रहती है ,ऎसी दशा में तने की चाल का चूर्ण लगातार पानी से निगलिये.
कभी आपको अपने खून का रंग बदला सा महसूस हो तो बीजोरा नींबू के जड़ का चूरन  इसके फूलों का चूर्ण बराबर मात्रा में लीजिये और चावलों के माड़ के साथ खा लीजिये

अगर कानो में दर्द होरहा है तो बिजोरा नींबू के रस की दो बूंदे डाल लीजिये
शरीर में गैस या वात का प्रकोप हो तो इसके तने की छाल का दस ग्राम चूर्ण घी में मिला कर खा लीजिये
बीजोरा नींबू का रस अगर आप भोजन या जल में प्रयोग करते हैं तो इससे भूख बढ़ती है और बार बार गला या होंट सूखने की समस्या ख़त्म हो जाती है 
अगर बड़े नीम्बू कारस चीनी मिलाकर सेवन कीजिए तो हैजा के किटाणू नष्ट हो जाते हैं 
यही रस भोजन के पहले अदरख और काला  नमक मिला कर पीजिये तो भोजन आराम से पचेगा ,दस्त होने की आशंका ख़त्म और आंते पाचक रसों का तेजी से स्राव करना शुरू कर देंगी 
यही नीम्बू का रस अगर आप दोनों आँखों में एक एक बूंद डाला करें तो आँखें खराब या कमजोर होने की संभावना ख़त्म हो जाएगी ,लेकिन इसके लिए पेड़ों से खुद नीबू तोडिये ,बाजार के नीबू में आजकल इंजेक्शन से रस भरे जा रहे हैं 
महीने में कम से कमाठ बार नीबू के रस में मिश्री मिला कर पीना हम सबकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा

नीबू में एस्कोर्बिक एसिड ,फ्रक्टोज ,ग्लूकोज ,सुक्रोज ,जस्मोनिक एसिड ,पैक्टीं ,एरियोदिक्तियाल, रुतिनीसाइड, डी एन ए,
सित्रोनिलाल,  ओसिमीन  आदि तत्व पाए जाते हैं



इन आलेखों में पूर्व विद्वानों द्वारा बताये गये ज्ञान को समेट कर आपके समक्ष सरल भाषा में प्रस्तुत करने का छोटा सा प्रयत्न मात्र है .औषध प्रयोग से पूर्व किसी मान्यताप्राप्त हकीम या वैद्य से सलाह लेना आपके हित में उचित होगा

20 टिप्‍पणियां:

nilesh mathur ने कहा…

बहुत फायदेमंद जानकारी!

अनामिका की सदायें ...... ने कहा…

aajkal ki garmi ke mausam me upyogi jaankari..

aapki post kal 11/6/10 charcha munch k liye select ki gayi hai.

http://charchamanch.blogspot.com/

abhaar

माधव( Madhav) ने कहा…

very useful, healthy and informative post

राज भाटिय़ा ने कहा…

अल्का जी हमारे यहां तो दस तरह के नींबू मिलते है, बस अपना भारतिया नींबू ही नही मिलता, जो आप ने चित्र मै पीले रंग का नींबू दिखाया है यह यहां मिलता है बहुत बडा होता है, ओर रस इस मै कम होता है इस के आकार के हिसाब से लेकिन इस का छिल्का बहुत मोटा होता है, हम यहां इस का आचार डालते है, ओर सालाद वगेरा मै भी प्रयोग होता है, धन्यवाद इस सुंदर जानकारी के लिये

kshama ने कहा…

Wo patta to nahi khaya tha..imlee ke patte khoob khate the!
Neemboo bahugunee hota hai,itna to pata tha, par itne saare gun nahi pata the!

Gyan Darpan ने कहा…

फायदेमंद जानकारी

दिलीप ने कहा…

achchi jaankaari...abhaar

Apanatva ने कहा…

dhanyvaad jaankaree ke liye...........

उन्मुक्त ने कहा…

नीबू के पत्ते तो कभी नहीं खाये। हां इमली के जरूर अभी भी खा लेता हूं।

बेनामी ने कहा…

achchii jankari

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

अच्छी जानकारी दी आपने नींबू के विषय में।

आभार

आपकी चर्चा यहां भी है

Vinashaay sharma ने कहा…

नींबू के बारे में,अच्छी जानकारी दी,आप के कादम्बिनी के कारण जून का यह अंक ले आया हूँ ।

Vinay ने कहा…

नींबू जी सदाबहार ताज़गी का क्या कहना!

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गुलाबी कोंपलें
The Vinay Prajapati

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

मुझे किसी ने सलाह दी कि गरम(गुनगुने)पनी में एक चम्मच शहद और एक नीबू रोज सुबह खाली पेट पीने से मोटापा कम होता है.
...क्या सही बात है ?

अजय कुमार ने कहा…

सस्ती दवा की कीमती जानकारी

ओम पुरोहित'कागद' ने कहा…

ALKA JI ,
NAMSKAR !
AAP KE BLOG PAR KAI DINO BAD AAYA HUN .KSHAMA !
AAP BHI TO MERE BLOG PAR NAHIN AAIN.
DAWAI CHAHE MAT BHEJO-BLOG TO DEKH LIYA KARO !
NIMBOO PAR AAP NE IS BAR ACHHI JANKARI DI HAI-BADHAAI HO !

Akhilesh pal blog ने कहा…

bahoot achhi baat likhi hai aap ne

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

आज सुबह उठकर दो गिलास गुनगुने पानी में एक नीबू निचोड़ कर पीने के बाद ही यहाँ बैठा हूँ...आपने मेरी शहद वाली समस्या हल कर दी ...इसके लिए धन्यवाद.

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

अरे!! यहाम तो कमाल इकी जानकारियां भरी पड़ी हैं!!

जसवंत लोधी ने कहा…

बिजोरा नीबू के बारे मे अधिक जानकारी दे