अपराजिता बहुत सामान्य सा पौधा है इसके आकर्षक फूलों के कारण इसे लान की सजावट के तौर पर भी लगाया जाता है. इसकी लताएँ होती हैं.ये इकहरे फूलों वाली बेल भी होती है और दुहरे फूलों वाली भी.फूल भी दो तरह के होते हैं -नीले और सफ़ेद
आप लोग अपने घरों में सफ़ेद फूलों वाली अपराजिता ही लगाएं
क्योंकि यही सांप के ज़हर की दुश्मन है.
अगर सांप के विष का असर चमड़ी के अन्दर तक हो गया हो तो अपराजिता की जड़ का पावडर घी के साथ मिला कर खिला दीजिये.१२ ग्राम की मात्रा में.
सांप का ज़हर खून में घुस गया हो तो जड़ का पावडर दूध में मिला कर पिला दीजिये - १२ ग्राम
सांप का जहर मांस में फ़ैल गया हो तो कूठ का पावडर और अपराजिता का पावडर १२-१२ ग्राम मिला कर पिला दीजिये.
अगर इस जहर की पहुँच हड्डियों तक हो गयी हो तो हल्दी का पावडर और अपराजिता का पावडर मिलाकर दे दीजिये .दोनों एक एक तोला हों
अगर चर्बी में विष फ़ैल गया है तो अपराजिता के साथ अश्वगंधा का पावडर मिला कर दीजिये
और सांप के जहर ने वीर्य तक को प्रभावित कर डाला हो तो अपराजिता की जड़ का १२ ग्राम पावडर ईसरमूल कंद के १२ ग्राम पावडर के साथ दे दीजिये.
इन सबका दो बार प्रयोग करना काफी होगा.
लेकिन सांप के विष की पहुँच कहाँ तक हो गयी है ये बात कोई बहुत जानकार व्यक्ति ही आपको बता पायेगा.
मेडिकल साइंस तो कहता है कि ज़हर की गति सांप की जाति पर निर्भर करती है लेकिन वे सांप जिन्हें जहरीला नहीं माना जाता जैसे पानी वाले सांप उनका जहर वीर्य तक पहुँचने में ५ दिन का समय ले लेता है और आने वाली संतान को प्रभावित करता है अतः सांप के ज़हर का निवारण जरूर कर लेना चाहिए.
इन आलेखों में पूर्व विद्वानों द्वारा बताये गये ज्ञान को समेट कर आपके समक्ष सरल भाषा में प्रस्तुत करने का छोटा सा प्रयत्न मात्र है .औषध प्रयोग से पूर्व किसी मान्यताप्राप्त हकीम या वैद्य से सलाह लेना आपके हित में उचित होगा
आप लोग अपने घरों में सफ़ेद फूलों वाली अपराजिता ही लगाएं
क्योंकि यही सांप के ज़हर की दुश्मन है.
अगर सांप के विष का असर चमड़ी के अन्दर तक हो गया हो तो अपराजिता की जड़ का पावडर घी के साथ मिला कर खिला दीजिये.१२ ग्राम की मात्रा में.
सांप का ज़हर खून में घुस गया हो तो जड़ का पावडर दूध में मिला कर पिला दीजिये - १२ ग्राम
सांप का जहर मांस में फ़ैल गया हो तो कूठ का पावडर और अपराजिता का पावडर १२-१२ ग्राम मिला कर पिला दीजिये.
अगर इस जहर की पहुँच हड्डियों तक हो गयी हो तो हल्दी का पावडर और अपराजिता का पावडर मिलाकर दे दीजिये .दोनों एक एक तोला हों
अगर चर्बी में विष फ़ैल गया है तो अपराजिता के साथ अश्वगंधा का पावडर मिला कर दीजिये
और सांप के जहर ने वीर्य तक को प्रभावित कर डाला हो तो अपराजिता की जड़ का १२ ग्राम पावडर ईसरमूल कंद के १२ ग्राम पावडर के साथ दे दीजिये.
इन सबका दो बार प्रयोग करना काफी होगा.
लेकिन सांप के विष की पहुँच कहाँ तक हो गयी है ये बात कोई बहुत जानकार व्यक्ति ही आपको बता पायेगा.
मेडिकल साइंस तो कहता है कि ज़हर की गति सांप की जाति पर निर्भर करती है लेकिन वे सांप जिन्हें जहरीला नहीं माना जाता जैसे पानी वाले सांप उनका जहर वीर्य तक पहुँचने में ५ दिन का समय ले लेता है और आने वाली संतान को प्रभावित करता है अतः सांप के ज़हर का निवारण जरूर कर लेना चाहिए.
इन आलेखों में पूर्व विद्वानों द्वारा बताये गये ज्ञान को समेट कर आपके समक्ष सरल भाषा में प्रस्तुत करने का छोटा सा प्रयत्न मात्र है .औषध प्रयोग से पूर्व किसी मान्यताप्राप्त हकीम या वैद्य से सलाह लेना आपके हित में उचित होगा
23 टिप्पणियां:
....अपराजिता के फूल के चित्र सहित आपने सांप के काटे जाने पर विष परिमार्जन हेतु आपने बहुत अच्छी तरह बहुत उपयोगी जानकारी प्रस्तुत की है. .. अक्सर जानकारी के अभाव में कई तुरंत कुछ नहीं सूझ पाता है ऐसे मौको पर आपके बताई औषधि कारगर होगी, इससे अच्छी बात क्या हो सकती है..... ऊपयोगी जानकारी हेतु आपका बहुत बहुत आभार
सहमत हूं कविता रावत जी से ।
AAP NE BAHUT HI SUNDAR JANKARI DI HAI....LEKIN BHAAGAWAN IS TARAH KE DURGHATANA KE SHIKAR HONE SE , SABHI KO BACHAYE.
आप-बीती-०६ माँ की ममता और दुलारा सर्प.
बहुत अच्छी जानकारी मिली, आभार।
bahoot gun hai aparajita me achhi jaankaari ke liye danyavaad alka ji
उपयोगी जानकारी के लिये आभार...
बहुत सुंदर जानकारी , आप ने यह नही लिखा कि इन चीजो को कितनी देर मे दे सकते हे, क्योकि सांप के काटने पर सभी घबरा जाते हे, ओर फ़िर यह समान बनाने मे देर लगेगी, कुछ समान बाजार से लाना पडेगा, फ़िर उसे बनाना पडेगा, तो कृप्या कोई सीमा भी लिखे कि हम कितने समय के अंदर अंदर यह दवा दे सकते हे, क्या कोबरा या ओर कोई बहुत जहरीला सांप काटे तो भी यह दवा काम करेगी?
Very Useful Information, Thanks !
लेकिन सौ बातों की एक बात यह कि पता कैसे चलेगा जहर कहां तक पहुंचा है।
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ध्यान का विज्ञान।
मधुबाला के सौन्दर्य को निरखने का अवसर।
बहुत अच्छी और काम की जानकारी..... बहुत धन्यवाद
आदरणीय राज भाटिया जी,
आपने अच्छा प्रश्न उठाया है. वैसे भी ये दवाएं जितनी जल्दी अर्थात सांप के काटने के आधे घंटे से लेकर ५ घंटे तक तो आसानी से दी जा सकती हैं. ये दवा बेहद जहरीले नागों के ज़हर पर भी असर करती है. शर्त सिर्फ ये है कि मरीज होश में रहे, उसे सोने न दिया जाये. कभी कभी या अक्सर एलोपैथिक चिकित्सा तुरंत असर तो कर जाती है किन्तु विष अगर शरीर के अंदरूनी हिस्सों तक चला गया है तो दुष्परिणाम कोढ़, दिमागी खराबी, हार्ट डीजीज, रीनल फेल्योर,नपुंसकता,आदि के रूप में साल दो साल बाद भी सामने आते हैं.
कितनी काम की है यह जानकारी ...आपका शुक्रिया
अपराजिता के फूल के बारे में अच्छी जानकारी मिली।सांप के काटे जाने पर विष निकाले के लिए इसका उपयोग करना के बारे में एक अच्छी जानकारी मिली।धन्यवाद।
ऊपयोगी जानकारी हेतु आपका बहुत बहुत आभार|
badhiya jankari
aapke gyan ke samudr se ek bund aur pathakon ko milee bahut achcha
अपराजिता के फूल के बारे में अच्छी जानकारी मिली।सांप के काटे जाने पर विष निकाले के लिए इसका उपयोग करना के बारे में एक अच्छी जानकारी मिली।
धन्यवाद।
आपकी आयुर्वेद की जानकारी और उसके प्रति रुझान प्रणम्य है.
मैं अंग्रेजी दवाइयां मजबूरी में खाता हूँ.मुझे आपके ब्लॉग से लाभदायक जानकारी मिल जाती है.आभार.
बहुत सुंदर जानकारियों से सुसज्जित ब्लॉग बधाई और शुभकामनाएं |
शकुन्तला प्रेस कार्यालय के बाहर लगा एक फ्लेक्स बोर्ड देखे.......http://shakuntalapress.blogspot.com/2011/03/blog-post_14.html क्यों मैं "सिरफिरा" था, "सिरफिरा" हूँ और "सिरफिरा" रहूँगा! देखे.......... http://sach-ka-saamana.blogspot.com/2011/03/blog-post_14.html
आप सभी पाठकों और दोस्तों से हमारी विनम्र अनुरोध के साथ ही इच्छा हैं कि-अगर आपको समय मिले तो कृपया करके मेरे (http://sirfiraa.blogspot.com , http://rksirfiraa.blogspot.com , http://shakuntalapress.blogspot.com , http://mubarakbad.blogspot.com , http://aapkomubarakho.blogspot.com , http://aap-ki-shayari.blogspot.com , http://sachchadost.blogspot.com, http://sach-ka-saamana.blogspot.com , http://corruption-fighters.blogspot.com ) ब्लोगों का भी अवलोकन करें और अपने बहूमूल्य सुझाव व शिकायतें अवश्य भेजकर मेरा मार्गदर्शन करें. आप हमारी या हमारे ब्लोगों की आलोचनात्मक टिप्पणी करके हमारा मार्गदर्शन करें और अपने दोस्तों को भी करने के लिए कहे.हम आपकी आलोचनात्मक टिप्पणी का दिल की गहराईयों से स्वागत करने के साथ ही प्रकाशित करने का आपसे वादा करते हैं # निष्पक्ष, निडर, अपराध विरोधी व आजाद विचारधारा वाला प्रकाशक, मुद्रक, संपादक, स्वतंत्र पत्रकार, कवि व लेखक रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" फ़ोन:9868262751, 9910350461
bhut 2 sadhuvad manvta ki sewa me aap snlgn hai iishwr aap ko apni anukmpa prdan kren
पीलिया मे भी काम करती है
पीलिया मे भी काम करती है
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