आयुर्वेद का अर्थ औषधि - विज्ञान नही है वरन आयुर्विज्ञान अर्थात '' जीवन-का-विज्ञान'' है

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रविवार, 28 अगस्त 2016

पानी पीने का तरीका


जब मैं किसी से कहती हूँ कि पानी ज्यादा पिया करो तो मुझे सुनने को मिलता है कि हम तो सारे दिन पानी पीते हैं और खूब पानी पीते हैं।
मगर सत्यता बिलकुल विपरीत होती है।
आप एक एक घूंट पानी सारे दिन पीते रहें तो बेकार है ऐसे पानी पीना।एक बार में कम से कम 200 ग्राम पानी पीजिये तो किडनी पर प्रेशर पड़ेगा और वो काम करेगी, तब मूत्राशय पर प्रेशर आएगा और बढ़िया यूरीन डिस्चार्ज होगा।फ़ोर्स से होगा और पथरी नहीं बनने पाएगी।अगर होगी तो यूरीन के फ़ोर्स के साथ बाहर निकल जायेगी।
एक एक घूंट पानी पीने से न किडनी की सफाई हो पाती है न मूत्राशय की।
नतीजा आपकी किडनी डैमेज होने लगती है।यह रोग बहुत फैला है इस समय।
सावधान हो जाएँ।

2 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

Madam muje 10 mahine se bhukh lagna band ho gayi he evam sharir komjar padta ja raha he kripya kar koi ilaj bataye...Maine bahut saari ayurved aushadi le li par koi farak nahi pad raha he.

S K Vats ने कहा…

4 lt.Pani ko steel ke bartan main khola le phir usi bartan main thanda hone de.ab pani per do parat aayegi,ek neeje saphed rang ki or dusari uper patli malai jaisi.Dhire say pani main phook mar ker uper ki parat ko pichhhe hataye
Or beech ke pani ko tambey ke bartan main ker le.4 ghente bad pani ko pina shuru kare 40 dino Tak roj aisa hi kare
Bhookh bhi lagegi or pait bhi theek rahega.